प्रभु येशु मसीह के पवित्र और जीवित नाम में आप सभी को जय मसीह की !
ऑनलाइन हिंदी बाइबिल क्लास में आप सब का सवागत है जहां आप सिख सकते है! परमेश्वर के वचन! और अपने आत्मिक जीवन को प्रभु में और उसकी सामर्थ में मजबूत बना सकते है!
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हम आशा करते है की प्रभु में आप सभी बहुत खुश और आनंदित है यदि नही तो हम दुआ करते है की इस बाइबल अध्यन के द्वारा प्रभु आपको आनंद शांति और चंगाई दे |
हमारा आज का विषय है! उत्पत्ति - अध्याय 13 परमेश्वर की और से अब्राम का चुना जाना! भाग - 2 | अब्राम और उसके भतीजे लूत का अलग हो जाना |
पहला प्रश्न अब्राम अपने परिवार के साथ किस देश में जा कर रहने लगा ? अब्राम और उसके भतीजे लूत की क्या खासियत थी ?
इसका जवाब है | अब्राम अपनी पत्नी, और अपनी सारी सम्पत्ति ले कर, लूत को भी संग लिये हुए, मिस्र को छोड़ कर कनान के दक्खिन देश में आया। अब्राम भेड़-बकरी, गाय-बैल, और सोने-रूपे का बड़ा धनी था। और लूत के पास भी, जो अब्राम के साथ चलता था, भेड़-बकरी, गाय-बैल, और तम्बू थे।
उत्पत्ति - अध्याय 13 वचन 1 - 6
दूसरा प्रश्न किन चरवाहों के बीच झगड़ा हुआ | और इस झगड़े का क्या नतीजा निकला ?
इसका जवाब है| सो अब्राम, और लूत की भेड़-बकरी, और गाय-बैल के चरवाहों के बीच में झगड़ा हुआ: और उस समय कनानी, और परिज्जी लोग, उस देश में रहते थे। तब अब्राम लूत से कहने लगा, मेरे और तेरे बीच, और मेरे और तेरे चरवाहों के बीच में झगड़ा न होने पाए; क्योंकि हम लोग भाई बन्धु हैं। क्या सारा देश तेरे साम्हने नहीं? सो मुझ से अलग हो, यदि तू बाईं ओर जाए तो मैं दाहिनी ओर जाऊंगा; और यदि तू दाहिनी ओर जाए तो मैं बाईं ओर जाऊंगा।
उत्पत्ति - अध्याय 13 वचन 7 - 9
तीसरा प्रश्न अब्राम के भतीजे लूत ने कौन सी जगह का चुनाव किया ?
इसका जवाब है | तब लूत ने आंख उठा कर, यरदन नदी के पास वाली सारी तराई को देखा, कि वह सब सिंची हुई है। जब तक यहोवा ने सदोम और अमोरा को नाश न किया था, तब तक सोअर के मार्ग तक वह तराई यहोवा की बाटिका, और मिस्र देश के समान उपजाऊ थी। सो लूत अपने लिये यरदन की सारी तराई को चुन के पूर्व की ओर चला, और वे एक दूसरे से अलग हो गए।
उत्पत्ति - अध्याय 13 वचन 10 - 11
चौथा प्रश्न अब्राम और उसका भतीजा लूत अलग होने के बाद कहा जाकर रहने लगे ?
इसका जवाब है| अब्राम तो कनान देश में रहा, पर लूत उस तराई के नगरों में रहने लगा; और अपना तम्बू सदोम के निकट खड़ा किया।
उत्पत्ति - अध्याय 13 वचन 12
पांचवा प्रश्न किस देश के लोग परमेश्वर की नज़र में पापी थे ?
इसका जवाब है| सदोम के लोग यहोवा के लेखे में बड़े दुष्ट और पापी थे?
उत्पत्ति - अध्याय 13 वचन 13
प्रश्न छ : परमेश्वर ने दर्शन के जरिए अब्राम को क्या आशीषें दी ?
इसका जवाब है| जब लूत अब्राम से अलग हो गया तब उसके पश्चात यहोवा ने अब्राम से कहा, आंख उठा कर जिस स्थान पर तू है वहां से उत्तर-दक्खिन, पूर्व-पश्चिम, चारों ओर दृष्टि कर। क्योंकि जितनी भूमि तुझे दिखाई देती है, उस सब को मैं तुझे और तेरे वंश को युग युग के लिये दूंगा। और मैं तेरे वंश को पृथ्वी की धूल के किनकों की नाईं बहुत करूंगा, यहां तक कि जो कोई पृथ्वी की धूल के किनकों को गिन सकेगा वही तेरा वंश भी गिन सकेगा। उठ, इस देश की लम्बाई और चौड़ाई में चल फिर; क्योंकि मैं उसे तुझी को दूंगा। इसके पशचात् अब्राम अपना तम्बू उखाड़ कर, माम्रे के बांजों के बीच जो हेब्रोन में थे जा कर रहने लगा, और वहां भी यहोवा की एक वेदी बनाई॥
उत्पत्ति - अध्याय 13 वचन 14 - 18
याद करने के लिए वचन !
यीशु ने उस को उत्तर दिया; कि मैं तुझ से सच सच कहता हूं, यदि कोई नये सिरे से न जन्मे तो परमेश्वर का राज्य देख नहीं सकता।
यूहन्ना - अध्याय 3 : 3
हम आशा करते है! आज का यह विषय आपको परमेश्वर की और से अब्राम के बुलाए जाने को समझने में आपकी मदद करेगी! यदी कोई सवाल हो तो आप हमें कमेंट कर सकते है! और जो स्टूडेंट्स ऑनलाइन ट्रेनिंग ले रहे है! कृपया वीडियो की डिस्क्रिप्शन को चेक करें! इस अध्याय से सम्बंधित! प्रश्न और उत्तर! का लिंक दिया गया है! वहां से आप अपने नोट्स को रेडी कर ले और 30 अप्रैल रात दस बजे तक हमे अपने नोट्स को समिट करें!
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प्रभु आप सबको आशीष दे! जय मसीह की!
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पहला प्रश्न अब्राम अपने परिवार के साथ किस देश में जा कर रहने लगा ? अब्राम और उसके भतीजे लूत की क्या खासियत थी ?
इसका जवाब है | अब्राम अपनी पत्नी, और अपनी सारी सम्पत्ति ले कर, लूत को भी संग लिये हुए, मिस्र को छोड़ कर कनान के दक्खिन देश में आया। अब्राम भेड़-बकरी, गाय-बैल, और सोने-रूपे का बड़ा धनी था। और लूत के पास भी, जो अब्राम के साथ चलता था, भेड़-बकरी, गाय-बैल, और तम्बू थे।
उत्पत्ति - अध्याय 13 वचन 1 - 6
दूसरा प्रश्न किन चरवाहों के बीच झगड़ा हुआ | और इस झगड़े का क्या नतीजा निकला ?
इसका जवाब है| सो अब्राम, और लूत की भेड़-बकरी, और गाय-बैल के चरवाहों के बीच में झगड़ा हुआ: और उस समय कनानी, और परिज्जी लोग, उस देश में रहते थे। तब अब्राम लूत से कहने लगा, मेरे और तेरे बीच, और मेरे और तेरे चरवाहों के बीच में झगड़ा न होने पाए; क्योंकि हम लोग भाई बन्धु हैं। क्या सारा देश तेरे साम्हने नहीं? सो मुझ से अलग हो, यदि तू बाईं ओर जाए तो मैं दाहिनी ओर जाऊंगा; और यदि तू दाहिनी ओर जाए तो मैं बाईं ओर जाऊंगा।
उत्पत्ति - अध्याय 13 वचन 7 - 9
तीसरा प्रश्न अब्राम के भतीजे लूत ने कौन सी जगह का चुनाव किया ?
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उत्पत्ति - अध्याय 13 वचन 10 - 11
चौथा प्रश्न अब्राम और उसका भतीजा लूत अलग होने के बाद कहा जाकर रहने लगे ?
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उत्पत्ति - अध्याय 13 वचन 12
पांचवा प्रश्न किस देश के लोग परमेश्वर की नज़र में पापी थे ?
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उत्पत्ति - अध्याय 13 वचन 13
प्रश्न छ : परमेश्वर ने दर्शन के जरिए अब्राम को क्या आशीषें दी ?
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उत्पत्ति - अध्याय 13 वचन 14 - 18
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यीशु ने उस को उत्तर दिया; कि मैं तुझ से सच सच कहता हूं, यदि कोई नये सिरे से न जन्मे तो परमेश्वर का राज्य देख नहीं सकता।
यूहन्ना - अध्याय 3 : 3
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