Wednesday, 8 April 2020

क्या होता है ईस्टर ? और यह क्यों मनाया जाता है ?












1. प्रश्न :  क्या होता है ईस्टर ? और यह क्यों मनाया जाता है ?

ईस्टर! यह मसीहियों का एक प्रमुख त्योहार है! जिसे गुड फ्राइडे के तीसरे दिन यानी रविवार को मनाया जाता है! इस दिन प्रभु येशु मरे हुओ में से फिर जी उठे थे! उनका पुर्नजन्म हुआ था! और वो एक बार फिर से अपने शिष्यों के साथ रहने लगे थे! लेकिन सिर्फ 40 दिनों के लिए!

जैसा की पवित्र शास्त्र बाइबल में लिखा है!

स्वर्गदूत ने स्त्र्यिों से कहा! कि तुम मत डरो! मै जानता हूँ कि तुम यीशु को! जो क्रुस पर चढ़ाया गया था ढूंढ़ती हो! वह यहाँ नहीं है! परन्तु अपने वचन के अनुसार जी उठा है! आओ, यह स्थान देखो! जहाँ प्रभु पड़ा था!(मत्ती - अध्याय अठाइस! वचन पांच और छे 28 : 5-6)!



2. प्रश्न : ईस्टर से सम्बंधित महत्वपूर्ण बातो का वर्णन !

इसीलिए ईस्टर को मृतोत्थान दिवस1 या मृतोत्थान रविवार भी कहते हैं! इस बार ईस्टर 12 अप्रैल को है! जानें इस त्योहार से जुड़ी कुछ खास बातें!

1. इस पर्व को ईस्टर काल! या The Easter Season भी कहा जाता है! क्योंकि ईस्टर से 40 दिनों तक प्रभु येशु धरती पर रहे थे! इस ईस्टर सीजन को पूरे 40 दिन सेलिब्रेट किया जाता है!

2. पूरे 40 से 50 दिनों के दौरान फास्ट! प्रेयर! और प्रायच्छित! किया जाता है!

3. प्रश्न : क्या है ईस्टर संडे की कहानी ?

2 हजार वर्ष पूर्व यरुशलम के पहाड़ पर यहूदियों ने! तथा रोमन गवर्नर ने! येशु मसीह को सूली पर चढ़ा दिया था! जिससे उनकी मौत हो गई! यीशु की मौत होने के बाद इनके शव को कब्र में दफना दिया गया था! लेकिन मृत्यु के तीन दिन बाद रविवार के दिन येशु मसीह कब्र में से जीवित हो उठे थे! आज भी यीशु की कब्र खुली हुई हैं! येशु मसीह ने जीवित होने के बाद अपने शिष्यों के साथ 40 दिन रहकर हजारों लोगों को अपने दर्शन दिए!

When Was Jesus


Jesus Resurrection Wallpaper (54+ images)

4. प्रश्न : कैसे मनाते हैं ईस्टर का पर्व ?

ईस्टर सन्डे को मनाने के लिए मसीह समुदाय के लोग रात्रि को गिरजाघर में एकत्रित होते हैं! और पूरी रात येशु मसीह का नाम लेकर! तथा उनके द्वारा दिए गये सन्देश को याद करते हुए संगती करते हैं! ईस्टर सन्डे के दिन सभी लोग सुबह फिर से एकत्रित होते हैं! और चर्च में येशु मसीह के पुन:जीवित होने की ख़ुशी मनाते हैं! येशु मसीह की अराधना करते हैं! और प्रभु भोज में शामिल होते हैं! भोज करने के बाद एक दुसरे को येशु मसीह के दुबारा जीवित होने की शुभकामनाएं देते हैं! यह त्यौहार जीवन में नयी शुरुवात और नये बदलाव का प्रतीक माना जाता है! लोग अपने घर! बाज़ारो! और गिरजाघरों! और गुब्बारों! फूलो! मोमबत्ती! और अन्य चीज़ो से सजाते है! बहुत सी जगह पर इस दिन की छुटटी होती है! ताकि सभी लोग अपना यह त्यौहार आराम से! और ख़ुशी से मना सके! 

बहुत से लोगो को ईस्टर के बारे में जानकारी नहीं है! वो यही सोचते है की ईस्टर क्या है! क्यों मनाते है! इसका महत्व! और भी बहुत कुछ! ऊपर दी गई सभी बातें पढ़ने के बाद सभी को इस दिन का महत्व! और इसके पीछे की कहानी समझ आ गई होगी!


जैसा की पवित्र शास्त्र बाइबल में लिखा है!


सब्त के दिन के बाद सप्ताह के पहिले दिन भोर में मरियम मगदलीनी! और दूसरी मरियम! कब्र को देखने आईं! और देखो एक बड़ा भुईंडोल हुआ! क्योंकि प्रभु का एक दूत स्वर्ग से उतरा! और पास आकर उसने पत्थर को लुढ़का दिया! और उस पर बैठ गया!
उसका रूप बिजली का सा! और उसका वस्त्र पाले की नाईं उज्ज़्वल था!
उसके भय से पहरूए कांप उठे! और मृतक समान हो गए!
स्वर्गदूत ने स्त्र्यिों से कहा! कि तुम मत डरो! मै जानता हूँ कि तुम यीशु को जो क्रुस पर चढ़ाया गया था ढूंढ़ती हो!
वह यहाँ नहीं है! परन्तु अपने वचन के अनुसार जी उठा है! आओ, यह स्थान देखो! जहाँ प्रभु पड़ा था!
और शीघ्र जाकर उसके चेलों से कहो! कि वह मृतकों में से जी उठा है! और देखो वह तुम से पहिले गलील को जाता है! वहाँ उसका दर्शन पाओगे! देखो, मैं ने तुम से कह दिया!
और वे भय और बड़े आनन्द के साथ कब्र से शीघ्र लौटकर उसके चेलों को समाचार देने के लिये दौड़ गई!
और देखो, यीशु उन्हें मिला! और कहा; ‘सलाम! और उन्होंने पास आकर और उसके पाँव पकड़कर उस को दणडवत किया! तब यीशु ने उन से कहा, मत डरो! मेरे भाईयों से जाकर कहो! कि गलील को चलें जाएं वहाँ मुझे देखेंगे!

Christ Appears to Disciples


याद करने के लिए वचन! स्वर्गदूत ने स्त्र्यिों से कहा! कि तुम मत डरो! मै जानता हूँ कि तुम यीशु को! जो क्रुस पर चढ़ाया गया था ढूंढ़ती हो! वह यहाँ नहीं है! परन्तु अपने वचन के अनुसार जी उठा है! आओ, यह स्थान देखो! जहाँ प्रभु पड़ा था!(मत्ती! अध्याय अठाइस! वचन पांच और छे!

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